Doodhvala Success Story, अमन जैन ने IIIT हैदराबाद से इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी करने के बाद उन्होंने अमेरिका के माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का ऑफर ठुकराया उसके बाद उन्होंने IIM बेंगलुरु से मैनेजमेंट की पढ़ाई पूरी की उसी के साथ उन्होंने बिजनेस के अतिरिक्त कौशल भी सीखे। कुछ साल OYO जैसे कंपनी में जॉब करने के बाद उन्होंने अब खुद का बिजनेस खड़ा किया है जो कि अब करोड़ों का प्रॉफिट कमा रहा है।
Doodhvala Success Story:
अमन जैन को IIIT हैदराबाद से इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी करने के बाद ही अमेरिका के माइक्रोसॉफ्ट इस कंपनी से उनको जॉब ऑफर आया था। लेकिन उन्होंने IIM बैंगलोर से मैनेजमेंट की पढ़ाई करना पसंद किया। उनका यह फैसला उन्होंने सही साबित करके दिखाया। क्योंकि आगे जाकर इसी के दम पर उन्होंने अपने Doodhvala नाम की कंपनी खड़ी की। जो कि आज बड़े-बड़े कंपनी को टक्कर देते हुए करोड़ों का प्रॉफिट कमा रही है। तो चलिए जानते हैं कि अमन जैन ने कैसे खड़ा किया अपना Doodhvala स्टार्टअप।
OYO में छे साल तक कियाथा काम?
अपना खुद का स्टार्टअप शुरू करने से पहले अमन जैन ने OYO में अलग-अलग पोस्ट पर लगभग 6 साल तक काम किया था। इस कंपनी का अनुभव उन्हें अपना स्टार्टअप शुरू करते समय बहुत काम आया था। OYO मे काम करते समय OYO टाउनहाउस की स्थापन और OYO विजार्ड लॉयल्टी प्रोग्राम ऐसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट का उन्होंने नेतृत्व किया था। इससे उन्हें हॉस्पिटैलिटी सेक्टर और कंज्यूमर प्रेफरेंस की गहरी जानकारी मिली।
कैसे आया आइडिया :
OYO में काम करते समय जब उनका ट्रांसफर दिल्ली में हुआ तब उन्हें डेरी प्रोडक्ट ढूंढने में उसी के साथ-साथ क्वालिटी प्रोडक्ट मिलने में काफी दिक्कत होने लगी थी। उस समय उनको Doodhvala शुरू करने की आईडिया आई थी। उन्होंने डेरी प्रोडक्ट में देखा कि जितनी शुद्धता मिलनी चाहिए उतनी शुद्धता इस प्रोडक्टमें नहीं है। लोग जितने पैसे देते हैं उसे क्वालिटी का प्रोडक्ट उन्हें नहीं मिलता यह भी प्रॉब्लम उनको नजर आ रहा था। अमन और उनके टीम ने लोगों को शुद्ध डेरी प्रोडक्ट देने का फैसला किया और वहा से शुरू हुआ Doodhvala .
चुनौतियों का किया सामना:
अमन जैन ने ठान तो लिया था कि लोगों को शुद्ध प्रोडक्ट देना है लेकिन डेरी प्रोडक्ट में काफी चुनौतियां रहती है। प्रोडक्ट का खराब होना और लॉजिस्टिक जैसे चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। अमन और उनके टीम ने इन चुनौतियों पर जीत हासिल करते हुए अपने प्रोडक्ट को बेस्ट क्वालिटी प्रोडक्ट बनाया है। हर साल Doodhvala की ग्रोथ बढ़ती ही जा रही है।
30 करोड़ का टर्नओवर :
ताज और शुद्ध डेरी प्रोडक्ट उपलब्ध होने के कारण ग्राहक दूधवाला से काफी खुश रहता है। गुणवत्ता विश्वसनीय और ग्राहक संतुष्टि के कारण कंपनी और मजबूत होती है। 30 करोड़ का टर्नओवर करते हुए दूधवाला डेरी प्रोडक्ट में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनते हुए नजर आ रहा है। यह नया स्टार्टअप मार्केट के पुराने ब्रांड को चुनौतियां दे रहा है।
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